Jharkhand: गिरिडीह के दो साइबर अपराधी रांची में बैठकर करते थे ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार


रांची

गोंडा थाना पुलिस और राजधानी रांची के साइबर सेल की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों में गिरिडीह के देवरी थाना क्षेत्र स्थित मांडरो निवासी ब्रह्मदेव पासवान व सोनू कुमार वर्णवाल शामिल हैं. पुलिस ने दोनों के पास से चोरी के पैसे व अन्य सामान बरामद कर लिया है. यह जानकारी साइबर सेल डीएसपी यशोधरा व गोंडा थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने मंगलवार को गोंडा थाने में संयुक्त रूप से दी.

व्यवसाय दिलाने के नाम पर ठगी 

पुलिस के अनुसार एदलहातू निवासी रीता देवी की तहरीर पर सोमवार को गोंडा थाने में दोनों गिरफ्तार साइबर अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. पुलिस द्वारा दोनों साइबर अपराधियों से की गई पूछताछ में साइबर ठगी के तथ्य को स्वीकार करते हुए कई जानकारियां दी. दोनों ने बताया कि कारोबार दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। अब तक वे वैष्णवी से 7000 रुपये, भूमि से 5000 रुपये, अतर से 10000 रुपये और हिरेन से 12000 रुपये ठग चुके हैं।

मकान मालिक को किराया के लिए भेजता था ऑनलाइन ठगी के पैसे 

दोनों ने अन्य लोगों से ऑनलाइन ठगी कर सात हजार रुपए किराए के रूप में अपने मकान मालिक के बेटे को भिजवाए थे। इन दोनों के फर्जी खाते खुलवाने में एक्सिस बैंक, गिरिडीह शाखा का कर्मचारी रमित सिंह सहयोग करता था. दोनों करीब सात महीने से साइबर ठगी के पेशे से जुड़े हैं। साइबर अपराधी बैंक कर्मचारी को सहयोग के बदले पैसे भी देता था। इससे जुड़े वॉट्सऐप चैट भी मिले हैं।

मामला कैसे सामने आया 

रीता देवी का गांधी नगर में मकान है। यहां दोनों युवक किराएदार के रूप में रहते थे। दोनों ने खुद को बैंक कर्मचारी बताकर किराए पर मकान लिया था। दोनों आरोपियों ने हैदराबाद में काम करने वाली महिला के बेटे के खाते में एक महीने का किराया भेजा था। इस बीच महिला के बेटे का खाता बैंक ने फ्रीज कर दिया। जांच करने पर महिला के बेटे को पता चला कि सूरत में साइबर ठगी से मिले पैसे उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं। इसके बाद युवक ने अपनी मां को बताया कि मकान में किराएदार रहने वाले साइबर ठगी कर सकते हैं। इसके बाद महिला ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी इंटर पास हैं। ब्रह्मदेव पासवान पहले एक्सिस बैंक के लिए काम कर चुके हैं।

राजधानी के पांच कारोबारियों के खाते भी फ्रीज किए गए 

पुलिस के मुताबिक राजधानी रांची के पांच कारोबारियों के व्यापारी खाते फ्रीज करने का मामला भी सामने आया है. इससे आशंका जताई जा रही है कि बाहर से आए साइबर अपराधियों ने राजधानी में आकर साइबर ठगी का पैसा अपने खाते में ट्रांसफर किया होगा. साइबर ठगों ने वहां से कोई सामान लेने या खरीदने के बाद पैसे ट्रांसफर किए होंगे। लेकिन, यह आगे की जांच का विषय है।

साइबर अपराधियों के पास से जब्त सामान 

साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने कई सामान भी बरामद किए हैं. इसके तहत 1,95,600 रुपये नकद, विभिन्न बैंकों के 12 चेकबुक, विभिन्न बैंकों के 34 डेबिट कार्ड, धनी पे के प्रीपेड कार्ड, विभिन्न कंपनियों के आठ मोबाइल, एक लैपटॉप, एक पेन ड्राइव, आठ सिम कार्ड, 12 आधार कार्ड और दो पैन कार्ड। कार्ड जब्त।