पश्चिमी सिंहभूम
टोंटो थाने की पुलिस ने नक्सली गतिविधियों में शामिल केंजरा टोला मुंडासाई निवासी जयराम हेसा (56 वर्ष) व उसके सहयोगी (नाबालिग) को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के घर से जिलेटिन, तार, डेटोनेटर आदि बरामद किया गया है. पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है, जबकि सहयोगी नाबालिग को रिमांड होम चाईबासा भेज दिया गया है.
जगन्नाथपुर एसडीपीओ इकुड़ डुंगडुंग ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जयराम हेसा नक्सली मामले में पहले ही जेल जा चुका है. उन्होंने बताया कि टोंटो पुलिस को रविवार को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी जयराम अपने एक साथी के साथ पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए जंगल और पहाड़ों में बम लगाने की योजना बना रहा है.
छापेमारी दल की कार्रवाई
पुलिस ने सूचना की पुष्टि करने और आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एक छापेमारी दल का गठन किया। छापेमारी दल में टोंटो थाना प्रभारी सागेन मुर्मू, पुनी उपेंद्र कुमार, अनुसंधानकर्ता पुनी रवि नारायण झा, सनी प्रशांत मुर्मू सहित जिला सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. छापेमारी दल ने आरोपी व उसके सहयोगी को आरोपी के घर से गिरफ्तार कर लिया.
घर की तलाशी लेने पर जिलेटिन समेत कई समान हुए बरामद
आरोपी के घर की तलाशी लेने पर जिलेटिन के 5 टुकड़े, हरे-पीले रंग का तार करीब 5 मीटर लंबा, पाइप करीब 8 मीटर लंबा, जिसके एक सिरे पर लाल रंग का फ्यूज व दूसरे सिरे पर डेटोनेटर व प्लास्टिक के अंदर कार्बन लपेटा हुआ मिला. एक बंडल, जिसमें 3 मीटर लंबाई के पतले सफेद रंग के तार से 35 टुकड़े डेटोनेटर जुड़े हुए थे, बरामद किया गया। इस संबंध में आरोपी जयराम हेस्सा एवं उसके सहयोगी के खिलाफ टोंटो थाने में कांड संख्या 27/2023 दिनांक 04/06/2023 दिनांक 04/06/2023 की धारा 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम एवं 17 सीएलए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
साढ़े 17 साल जेल में बिताने के बाद जयराम गांव लौटा था
गौरतलब है कि आरोपी जयराम हेसा वर्ष 2005 में नक्सली मामले के साथ ही हत्या के आरोप में जेल जा चुका है। अदालत ने उन्हें बीस साल की सजा सुनाई थी। करीब 17 साल 6 महीने जेल की सजा काटकर 5 महीने पहले ही वह जेल से छूटा है। जेल से बाहर आने के बाद वह फिर से नक्सली गतिविधियों में शामिल हो गया। वह केंजरा के जगदा इलाके में नक्सली गतिविधियों में शामिल था।