Uttar Pradesh: पति की मौत के बाद हुआ देवर का जन्म तो विधवा बहू हो गई नाराज, कहा- सास-ससुर ने साजिश के तहत बेटे को जन्म दिया


लखनऊ

" मेरे ससुर की नीयत में खोट है। वे मुझे संपत्ति नहीं देना चाहते। इसलिए उन्होंने इस उम्र में एक बच्चे को जन्म दिया है।" आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में महिला की यह शिकायत सुनकर हर कोई सन्न रह गया। महिला ने अपनी बात कुछ इस तरह रखी कि हंगामा मच गया। वहां मौजूद सभी लोग उस महिला और उसके सास-ससुर को देख रहे थे। कोई रास्ता न निकलता देख काउंसलरों ने बहू और सास-ससुर को अगली तारीख दे दी है।

सास ससुर पर बहु ने लगाया 58 वर्ष की आयु में बेटा जन्म देने का आरोप

उत्तर प्रदेश के आगरा स्थित परिवार परामर्श केंद्र में एक विधवा महिला और 58 वर्षीय महिला अपने पति के साथ पहुंची थी. वृद्धा की गोद में एक छोटा बच्चा था। विधवा ने बताया कि वह सैंया क्षेत्र की रहने वाली है, उसकी शादी चार साल पहले कमला नगर थाना क्षेत्र के एक जिम संचालक से हुई थी. शादी के दो साल बाद पति की मौत हो गई। पति परिवार का इकलौता बेटा था। वह सारी संपत्ति का वारिस था। विधवा की शिकायत थी कि उसके सास-ससुर उसे संपत्ति में हिस्सा नहीं देना चाहते थे। इस कारण 58 वर्ष की आयु में एक बालक (पुत्र) को जन्म दिया है।

ससुराल में नहीं रहना चाहती महिला 

विधवा महिला के ससुर ने सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि बहू उनके घर की सदस्य है। उसके कोई संतान नहीं है। वह चाहता है कि वह उसके साथ रहे लेकिन वह मायके में रह रही है। बहू का कहना है कि सास-ससुर पैतृक गांव में रहने की बात कहते हैं। गांव में घर नहीं है। हिस्सा देने से बचने के लिए सास ने एक वारिस को जन्म दिया है।