झारखंड
झारखंड के कई जिलों में बारिश और तूफान कहर बरपा रहा है. मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण बिजली गिरने से पिछले दो दिनों में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. कल भी कई इलाकों में तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरी थी, जिससे अलग-अलग जिलों में पांच लोगों की मौत हो गई थी और चार लोग घायल हो गए थे. पहला मामला बिशुनपुर प्रखंड का है. जहां चिरोडीह बॉक्साइट खदान के पास सुकरा असुर के वज्रपात से मोबाइल फोन फट गया. जिससे उसके पूरे शरीर में आग लग गई। जानकारी के अनुसार उस वक्त वह मोबाइल फोन के जरिए किसी से बात करता था। विस्फोट के कारण बगल में खड़ा राम असुर भी इसकी चपेट में आ गया।
दूसरा मामला गुमला के टोटो गांव का है। जहां ब्रिक्स में काम करने वाले मजदूरों पर शांति छा गई। इसमें अंबावा निवासी मुख्तार अंसारी (55 वर्ष) की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। इसी तरह कल पूर्वी सिंहभूम के बनकटा गांव में बिजली गिरने से शंकर सिंह (11 वर्ष पिता- महाराज सिंह) की मौत हो गयी. वहीं धनबाद के बेन्हछिया-तिलैया गांव में वज्रपात से पूरन महतो की पत्नी शांति देवी (42 वर्ष) व पुत्री रिंकू कुमारी (18 वर्ष) की मौत हो गई.
बता दें कि एक दिन पहले भी बिजली गिरने से अलग-अलग जिलों में 6 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में हजारीबाग, पलामू, सिमडेगा, गढ़वा, चतरा के लोग शामिल हैं. पहली घटना हजारीबाग की है जहां बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिर गई. इससे 10 वर्षीय सिमरन कुमारी की मौत हो गई। इसी तरह कोडरमा में भी बिजली गिरने से 12 बिजली के खंभों पर लगे इंसुलेटर टूट गए।
जबकि गिधौर में बिजली गिरने से 65 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है. पलामू के हुसैनाबाद अनुमंडल अंतर्गत तेंदुआ कला गांव में बिजली गिरने से दो मजदूरों उमेश चंद्रवंशी और नकुल चंद्रवंशी की मौत हो गई. वहीं, सिमडेगा जिले में बिजली गिरने से गढ़वा में 26 वर्षीय युवक और 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी.