झारखंड
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चर्चा देश में बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक कई राज्यों को यह तोहफा दे चुके हैं। पिछले कुछ दिनों पहले केरल राज्य को भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिली है। अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि झारखंड में इसकी शुरुआत कब से होगी. हालांकि कहा जा रहा था कि 25 अप्रैल तक उद्घाटन की संभावना है लेकिन ऐसा नहीं हो सका. इससे प्रदेशवासियों में मायूसी छा गई। लेकिन अब एक ऐसी खुशखबरी सामने आ रही है जो झारखंड के लोगों की खुशी को चार गुना कर सकती है.
चेन्नई से कुल 16 कोच की रेक रवाना हुई
जी हां, खबरों की मानें तो झारखंड का इंतजार खत्म होने की कगार पर है। झारखंड में वंदे भारत की शुरुआत के लिए चेन्नई से कुल 16 कोच रेक यहां रवाना हो चुके हैं। इसके साथ ही रेलवे सूत्रों का यह भी कहना है कि वंदे भारत ट्रेन का पहला रैक साउथ ईस्ट जोन को मिल रहा है. बताया जा रहा है कि चेन्नई स्थित आईसीएफ फैक्ट्री से 16 कोचों का एक रैक रवाना हो गया है, जो जल्द ही संतरागाछी पहुंचेगा.
लोको पायलट और चालक दल का प्रशिक्षण जारी है
ऐसे में झारखंड में वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से पहले रूट तय किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि रांची से पटना जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुरू होना भी इसी वजह से अटका हुआ है. इसके अलावा लोको पायलट और चालक दल का नियमित प्रशिक्षण चल रहा है। सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। इसके साथ ही खबर यह भी सामने आ रही है कि साउथ ईस्ट जोन ने पहले रेलवे बोर्ड को एक नहीं बल्कि चार वंदे भारत ट्रेनों का प्रस्ताव भेजा था.
इन चारों रूटों के लिए प्रस्ताव भेजा गया था
भेजे गए प्रस्ताव में हावड़ा से राउरकेला, बड़बिल और पुरी के रास्ते टाटानगर के लिए ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई थी। साथ ही टाटानगर में वंदे भारत ट्रेन का भी सर्वे किया गया। इसके साथ ही रांची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस के रूट को लेकर स्थिति पर अभी विचार किया जाना बाकी है. ऐसे में एक अंचल अधिकारी ने यहां तक उम्मीद जताई है कि वंदे भारत एक्सप्रेस का पहला रैक ओडिशा रूट पर दौड़ सकता है. बता दें कि साउथ ईस्ट जोन को जल्द ही वंदे भारत ट्रेन का एक और रैक मिलने वाला है।