झारखंड
रांची की पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग की मौजूदा सचिव आईएएस छवि रंजन को ईडी ने 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. रांची में सेना जमीन घोटाला मामले में पुख्ता सबूत मिलने के बाद छवि रंजन को गिरफ्तार किया गया. छवि रंजन आज दूसरी बार पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचीं। वह गुरुवार सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे और लंबी पूछताछ के बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
भूमि घोटाला मामले में 13 अप्रैल को छापेमारी और इससे जुड़े 7 लोगों की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने छवि रंजन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. 13 अप्रैल को ईडी ने छवि रंजन के रांची और जमशेदपुर स्थित आवास पर भी छापेमारी की थी. ईडी ने 24 अप्रैल को सभी सातों आरोपियों को छवि रंजन के सामने बैठाकर पूछताछ की थी. तब उन लोगों ने कहा था कि उन्होंने जो कुछ भी किया, वह साहेब (छवि रंजन) के कहने पर किया।
24 अप्रैल को भी पूछताछ की गई
छवि रंजन 24 अप्रैल को पहली बार ईडी के सामने पेश हुईं। तब ईडी ने उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इस दौरान उनसे अकेले में पूछताछ की गई और फिर गिरफ्तार आरोपियों को आमने-सामने बिठाया गया। गिरफ्तार आरोपियों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनवाए। फर्जी डीड साहेब (छवि रंजन) के कहने पर तैयार की गई थी। हालांकि, छवि रंजन ने आरोपों से इनकार किया। उस दिन ईडी ने उन्हें जाने दिया और संपत्ति का ब्योरा लेकर 4 मई को फिर से ईडी कार्यालय में पेश होने को कहा।
भूमि घोटाले में छवि रंजन की सीधी संलिप्तता
गौरतलब है कि ईडी ने इससे पहले छवि रंजन को जमीन से जुड़ी जानकारी, कई दस्तावेज, उनकी और उनके आश्रितों की संपत्ति का विवरण और बैंक खातों के विवरण के साथ एक मई को तलब किया था. हालांकि बाद में ईडी ने दूसरा समन भेजकर उन्हें 4 मई को पेश होने को कहा था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन डीसी छवि रंजन की रांची में जमीन के दस्तावेजों में हेराफेरी और इसकी बिक्री में अहम भूमिका थी. जब छवि रंजन डीसी थीं तब बाजरा, आर्मी लैंड और चेशायर होम रोड की जमीन फर्जीवाडा हुआ था।