Bihar: सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापकों को नहीं मिलेगी ग्रीष्मावकाश, शौचालय समेत अन्य निर्माण करवाएंगे पूरे


बिहार

बिहार के सरकारी स्कूलों में शुरू होने जा रही गर्मी की छुट्टियों में प्रधान शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों का स्कूल में रहना अनिवार्य कर दिया गया है. इस दौरान प्रधानाध्यापक अपनी देखरेख में विद्यालयों में निर्माण कार्य कराएंगे। इस संदर्भ में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक ने आवश्यक आदेश जारी किए हैं। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारियों को इस आदेश का पालन करने का निर्देश दिया है।

पत्र राज्य परियोजना निदेशक द्वारा किया गया जारी  

बिहार राज्य परियोजना निदेशक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में लिखा गया है कि ग्रीष्मावकाश के दौरान विद्यालयों में विकास संबंधी तमाम कार्य चल रहे हैं. इसलिए प्रधानाध्यापकों और प्रधानाध्यापकों को विद्यालय में रहकर कार्य की निगरानी करनी होगी और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होगी।

कई निर्माण कार्य चल रहे हैं स्कूलों में 

परियोजना निदेशक ने अपने पत्र में लिखा है कि इन दिनों शासकीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, नवनिर्मित प्राथमिक विद्यालय, बालक एवं बालिका शौचालय, विद्युतीकरण, पेयजल आदि से संबंधित कार्य चल रहे हैं. यह सभी निर्माण कार्य विद्यालय शिक्षा समिति एवं विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति के माध्यम से कराया जा रहा है। चूंकि सभी काम समय पर पूरे करने होते हैं। इसलिए विद्यालय में प्रधानाध्यापक व प्रधानाध्यापक का रहना जरूरी है।

मिला है निर्माण कार्यों के लिए बजट 

प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यालयों के विकास के लिए निर्माण कार्य किया जाना है। जिसके लिए हाल ही में बजट भी मिला है, इसलिए पहले से चल रहे निर्माण कार्य और नए निर्माण से जुड़ी तमाम योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आई है. अब इन निर्माण कार्यों की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापकों को दी गई है.