Bhagalpur: पिछले 3 साल से बंद शौचालय को किया गया चालू, अब महिलाओं के साथ साथ पुरुषों को भी नहीं होगी परेशानी



भागलपुर, बिहार
रिपोर्ट : बालमुकुंद कुमार

न्यूज वन झारखण्ड बिहार में दिखाए गए खबर के बाद भारतीय रेल प्रशासन के द्वारा कई सालो से ईट से बंद किये गए शौचालय को खुलवा कर स्टेशन परिसर का साफ सफाई करवाया गया। इस दौरान स्टेशन पर मौजूद महिलाओ और पुरुषो का कहना था की अब कोई परेशानी नहीं होगीl वहींं  स्थानीय मुसाफिरों ने भारतीय रेल खास करके मालदा डिवीजन के अधिकारियों को धन्यवाद दिया गयाl 

क्या था मामला 

भागलपुर से सटे नाथनगर स्टेशन में पिछले 3 सालो से शौचालय की व्यवस्था नहीं थी। जब इस मामले की पड़ताल की गयी थी तो वाास्तविक में स्टेशन परिसर में मुख्य रूप से एक भी शौचालय नहीं नजर आया और जो भी एक शौचालय था तो उसे दीवार देकर पैक कर दिया गया था। वही जब एक नम्बर प्लेटफार्म पर यात्रियों एवं दुकानदारों से जानने की कोशिश किया गया कि आखिर माजरा क्या हैै, तो पता चला की कुछ वर्ष पूर्व रेलवे के जीएम नाथनगर स्टेशन निरीक्षण करने पहुंचे थे। चुकी शौचालय एक नंबर प्लेटफार्म पर थी इस वजह से उसे पैक कर दिया गया था। तब से लेकर आज तक शौचालय बंद ही पड़ा था।

वही प्लेटफार्म संख्या एक पर मौजूद कई महिलाओं ने नाथनगर स्टेशन के बारे में काफी कुछ भला बुरा भी कहा था। वहीं दूसरी तरफ जब हमने नजर दोराई तो स्टेशन परिसर में गंदगी का भी अंबार लगा दिखा। बदबू ही बदबू नजर आ रही थी, प्रतीत हो रहा था कि पिछले कई दिनों से यहां साफ सफाई नहीं हुई हो। जब हमने स्टेशन मास्टर के चेंबर में स्टेशन मास्टर प्रवीण कुमार से इस विषय पर बात की, पहले तो उन्होंने कहा हमें जानकारी नहीं है हमारी जॉइनिंग यहां पिछले करीब 3 साल से है कभी भी हमने यहां शौचालय नहीं देखा है।

इस पर हमने यह कहा आपने कोशिश क्यों नहीं की शौचालय बनवाने की तो उन्होंने यह कहा हमारे सीनियर एसएस संजय कुमार शाह ने कई बार लिखित सूचना विभाग में दी है, बावजूद आज तक नहीं बना। जब हमने शक्ति से पूछा कि यहां शौचालय उपलब्ध थी किंतु उसे बंद कर दिया गया है अभी भी शौचालय वाले रूम में शौचालय की छत टिन की है जिसे देखकर साफ प्रतीत होता है कि वह शौचालय ही है। स्टेशन मास्टर ने कहां मुझे इतनी फुर्सत भी नहीं रहती की मैं इन सब चीजों पर ध्यान दूं। मेरा काम ट्रेन का संचालन करना है अगर मैं उधर ध्यान दूंगा तो इधर सही से काम नहीं कर पाऊंगा। 

ऐसे में सवाल उठता था आखिर नाथनगर स्टेशन से रेलवे की टिकटें इतनी कटती है बावजूद यात्रियों को खासतौर से महिला यात्रियों को जो परेशानी होती है क्या इसे दूर नहीं किया जाना चाहिए ? यहां का शौचालय क्यों बंद किया, आखिर चालू क्यों नहीं किया गया। यह बहुत बड़ा सवाल था जो नाथनगर के स्टेशन मास्टर इसका जवाब नहीं दे पाए थे। स्टेशन मास्टर साहब यह कहते नजर आए कि एक बार आप हमारे सीनियर एसएस संजय कुमार साह से मिले वही सारी बातें आपको बता पाएंगे। 

वही स्टेशन मास्टर ने कहा था कि हमारे यहां पानी की भी दिक्कत है। एक स्टाफ रूम के लिए जो शौचालय उपलब्ध है इसमें पानी ही नहीं आती। वहीं सफाई के बारे पूछे जाने पर कहा सफाई रोजाना होती है किंतु जब हमने कहा सफाई अगर रोजाना होती तो यह हालात नहीं होते। बरहाल जो भी हो नाथनगर स्टेशन पर को साफ सफाई कर दिया गयाl