Uttar Pradesh
यूपी के शाहजहांपुर में शनिवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। 42 लोगों से भरी ट्रॉली पुल से नीचे गर्रा नदी में गिर गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 32 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। घायलों को एंबुलेंस सीएचसी भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार अजमतपुर गांव में आयोजित हो रही भागवत कथा के लिए लोग शनिवार की दोपहर दो ट्रॉलियों में गर्रा नदी से पानी लेने गए थे. पानी भरने के बाद सभी गांव के लिए निकल गए। दोनों ट्रालियों में आगे निकलने की होड़ मच गई। दोनों एक दूसरे को ओवरटेक करने लगे। इसी दौरान एक ट्रॉली का संतुलन बिगड़ा और पुल से नीचे गिर गई। ट्रॉली में करीब 42 लोग सवार थे।
हादसे में 11 लोगों की हुई मौत
हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए। हादसे में मरने वालों में काजल (14) पुत्री सर्वेश सिंह, रूपरानी (55) पत्नी आशाराम सिंह, शिवानी 18 पुत्री मुरारी तिवारी, अमित तिवारी 22 पुत्र मुरारी तिवारी, पुष्पा 35 पुत्री प्रमोद सिंह, कल्लू 15 पुत्र रामजयेंद्र सिंह, गोलू 10 पुत्र अशोक सिंह, साजन 18 पुत्र सर्वेश तिवारी, रालू देवी 12 पुत्री विपिन तिवारी, अंशिका सिंह 16 पुत्री जितेंद्र सिंह, लक्ष्य तिवारी 10 पुत्र प्रेम मोहन तिवारी की पहचान हुई है।
अधिकारियों द्वारा रखा जा रहा है पूरे मामले का निगरानी
हादसे के बाद वहां हड़कंप मच गया। सभी आनन-फानन में एक-दूसरे को बचाने में लग गए। हादसे की खबर पाकर विधायक सरोना कुशवाहा व पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा भी मौके पर पहुंचे और लोगों को सांत्वना दी. कोतवाल राजकुमार शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को कई एंबुलेंस से सीएचसी भेजा गया। एसपी एस आनंद ने बताया कि बिरसिंहपुर क्षेत्र में ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार 11 लोग नदी के पुल से गिर गये. उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज कराकर उनकी जान बचाने का प्रयास किया जा रहा है. राहत टीमें लगी हुई हैं, उच्च अधिकारी पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं.
मृतकों को दो लाख और घायलों को 50 हजार देने का आदेश
जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने निगोही तिलहर मार्ग पर गर्रा नदी में हुई घटना का स्थलीय निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलहर पहुंचकर घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने हादसे में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है. जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा मृतकों के परिवारों को प्रति मृतक 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल देने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा जिला स्तर पर नियमानुसार अन्य देय सहायता भी शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।
रेत पर पड़े थे शव, मचा था चीत्कार; कानपुर हादसे के बाद भी नहीं सतर्क हुआ प्रशासन
धार्मिक कार्यक्रम के लिए नदी से पानी लेकर जा रही ग्रामीणों से भरी ट्राली पुल से नीचे गिर गई तो हड़कंप मच गया। पुल के नीचे एक नदी थी, हालाँकि नदी में पानी नहीं था। इस वजह से वहां या तो रेत नजर आ रही थी या फिर रेत पर लाशें पड़ी हुई थीं. लोगों ने जहां-जहां सिर उठाया, सिर्फ लाशें ही नजर आ रही थीं, जो बची थीं, उनके परिजन उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे। जहां शव पड़े थे, वहीं उनके परिजनों में मातम पसर गया। अपनों के जाने के गम से निकली चीखें चारो तरफ गूँज रही थी तो कोई अपनों की तलाश में लगा हुआ था। शाहजहांपुर के गर्रा नदी के नीचे का नजारा देख हर शख्स की आंखें नम हो गईं.
कानपुर हादसे में गई थी 27 लोगों की जान
शनिवार को शाहजहांपुर में हुए हादसे ने एक बार फिर पिछले साल सितंबर में कानपुर में हुई घटना की याद दिला दी। उस वक्त बच्चों और महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत हो गई थी। फिर भी हादसा ट्रैक्टर-ट्रॉली से ही हुआ। हादसे के दौरान ट्राली में मौजूद लोग मुंडन संस्कार कराकर लौट रहे थे. शराब के नशे में धुत एक ड्राइवर की वजह से 27 लोगों की जान चली गई। इसके बाद सीएम योगी ने कृषि के अलावा अन्य कार्यों के लिए शहरों और गांवों में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. इसके बाद भी लोग बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस-प्रशासन भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं करते और हादसे हो रहे हैं।