Land Scam: 50 करोड़ की जमीन 15 करोड़ में बिका, बिचौलियों व अधिकारियों के मिलीभगत से हुआ यह कमाल



रांची

रांची में फर्जी दस्तावेजों से जमीन लूट मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. करोड़ों की जमीन का सरकारी रेट से आधे से भी कम दाम पर सौदा होने से मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका बढ़ गई है। ईडी को शक है कि जाली कागजों का कारोबार करने वालों ने सरकारी राजस्व को भी नुकसान पहुंचाया होगा। वहीं करोड़ों की जमीन को सरकारी रेट से कम पर बेचकर अवैध कमाई का मनी लॉन्ड्रिंग किया गया। जांच में पता चला कि चान्हो के विनोद सिंह के नाम पर तत्कालीन डीसी छवि रंजन ने एक मार्च 2021 को एक ही दिन में 83 साल की रसीद काट दी. जमीन खतियान सीताराम साहू के नाम है। इसे 1938 में रूपनारायण सिंह ने खरीदा था। तब से इसकी राजस्व रसीद नहीं काटी गई।

अलग-अलग डीड की पूरी डिटेल सामने आई 

ईडी ने बाजरा की खाता संख्या 140 की 7.16 एकड़ जमीन बेचने के मामले में बुधवार को जमशेदपुर के श्याम सिंह और रवि सिंह भाटिया के यहां छापेमारी की थी. इस मामले में चार अलग-अलग डीड के जरिए पूरी जमीन खरीदी गई है. जमीन की कीमत सरकारी रेट के हिसाब से 29 करोड़ 88 लाख 93 हजार है, लेकिन उसे 15 करोड़ 10 लाख 76 हजार में बेचा गया। जमीन की बाजार कीमत 50 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।

किस जमीन में कितने का किया गया फर्जीवाड़ा 

प्रथम विलेख 1 एकड़ 27 डिसमिल विक्रय का है। 22 मार्च 2021 को इसकी रजिस्ट्री रवि भाटिया के नाम से की गई। जमीन की सरकारी कीमत 5 करोड़ 30 लाख 16 हजार है। इसे 2 करोड़ 67 लाख 97 हजार में खरीदा गया था। दूसरा विलेख दिनांक 22 मार्च 2021 का है। श्याम सिंह के नाम पर 2 एकड़ 14 डिसमिल भूमि की रजिस्ट्री की गई। इस जमीन की सरकारी कीमत 8 करोड़ 93 लाख 34 हजार 100 रुपए है। लेकिन 4 करोड़ 51 लाख 54 हजार में बिका। 

तीसरा विलेख 24 मार्च 2021 का है। एक एकड़ 87 डिसमिल भूमि की रजिस्ट्री रवि भाटिया के नाम पर की गई है। इसकी आधिकारिक कीमत 7 करोड़ 80 लाख 63 हजार 100 रुपए है लेकिन इसे 3 करोड़ 94 लाख 57 हजार रुपए में बेचा गया। चौथा विलेख भी 24 मार्च 2021 का है। एक एकड़ 88 डिसमिल जमीन श्याम सिंह के नाम दर्ज थी। इसकी आधिकारिक कीमत 7 करोड़ 84 लाख 80 हजार 500 रुपए है। लेकिन इसे 3 करोड़ 96 लाख 68 हजार रुपए में बेचा गया।