झारखंड
रांची की पूर्व डीसी छवि रंजन ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-फरोख्त के मामले में ईडी के सामने पेश होने से पहले गुरुवार को दो सप्ताह का समय मांगा है. मालूम हो कि शुक्रवार 21 अप्रैल 2023 को पूर्व डीसी को रांची स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया था.
दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेज किया गया था तैयार
फर्जी दस्तावेज बनाकर सेना की जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में ईडी ने 13 अप्रैल 2023 को पूर्व डीसी छवि रंजन, रांची स्थित सौदा सीओ मनोज कुमार, कर्मचारी भानु प्रताप और जमीन कारोबारियों समेत 18 लोगों के 21 ठिकानों पर छापेमारी की थी. पूछताछ में बड़गाई सर्किल के कर्मचारी समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. सेना की जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में ईडी ने जांच के दौरान पाया कि कोलकाता में रजिस्ट्रार कार्यालय के दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया था.
15 दिनों का मांग गया वक्त
इस मामले को लेकर ईडी ने रांची की पूर्व डीसी छवि रंजन को 21 अप्रैल को पूछताछ के लिए आने का निर्देश दिया था. इसके तहत छवि रंजन ने 15 दिनों का वक्त मांगा है। हालांकि अभी तक ईडी की तरफ से मंजूरी को लेकर कोई बयान नहीं आया है।
छापामारी के दौरान सहमे नजर आए छवि रंजन
इधर, सेना के जमीन खरीद-फरोख्त मामले में ईडी की छापेमारी के बाद छवि रंजन काफी डरी हुई नजर आईं। छापेमारी के दौरान ईडी द्वारा जमीन मामले में पूछे गए संभावित सवाल और उनके लिखित जवाब छवि रंजन के मोबाइल से मिले हैं. छापेमारी में मिले दस्तावेजों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि जमीन कारोबारियों ने अधिकारियों की मदद से फर्जीवाड़ा कर लोगों की जमीनें बेची हैं.