Jharkhand: बीजेपी का 'हेमंत हटाओ-झारखंड बचाओ' आंदोलन हुआ शुरू, रांची में धारा 144 लागू; फ्लैग मार्च करती आरएएफ


रांची

झारखंड की वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार की गलत नीतियों, राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों और नियोजन नीति के नाम पर युवाओं को ठगने के खिलाफ आज ''हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ'' झारखंड राज्य भाजपा सचिवालय का घेराव करेगी. सचिवालय घेराव कार्यक्रम के लिए राज्य भर से 50,000 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता राजधानी रांची में एकत्रित होंगे.

सचिवालय घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए खासकर झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी सह राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी पिछले 3 दिनों से झारखंड में हैं. घेराव कार्यक्रम के लिए गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए एक विशेष ट्रेन बुक की गई थी, जो संथाल परगना क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं और नेताओं को लेकर राजधानी पहुंची है।

सचिवालय घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा झारखंड के 24 जिलों में विशेष अभियान चलाया गया. भाजपा नेताओं की ओर से कहा गया है कि यह आंदोलन अहिंसक होगा। यह आंदोलन अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन होगा।

रात 11:30 तक 200 मीटर के दायरे में 144 लागू

भाजपा के घेराव कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए हैं। 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसमें झारखंड जगुआर, डिस्ट्रिक्ट फोर्स (महिला और पुरुष जवान) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान शामिल हैं. इसके साथ ही मंगलवार सुबह 8:00 बजे से आज रात 11:30 बजे तक सचिवालय के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी गई है, 5 या 5 से अधिक लोगों के एक साथ चलने या क्षेत्र में एकत्रित होने पर धारा 144 प्रभावी है. बंदिशें रहेंगी धारा 144 को लेकर एसडीओ दीपक दुबे ने आदेश जारी कर दिया है।

आपात स्थिति से निपटने के लिए धुर्वा के प्रमुख स्थानों पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, वाटर कैनन वाहन तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी की मदद ली जाएगी. सुरक्षा की दृष्टि से प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 20 से अधिक स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है।

आंदोलन होगा अहिंसक 

हेमंत हटाओ झारखंड बचाओ आंदोलन के तहत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अहिंसात्मक तरीके से आंदोलन करेंगे, लेकिन गरीब विरोधी, दलित विरोधी, छात्र विरोधी, महिला विरोधी सरकार कर सकती है। हिंसा का सहारा है। आज का आंदोलन राज्य सरकार को गिराने की चाल होगा।