Gawan: जानकारी के अभाव में आठवीं बोर्ड के परीक्षार्थियों मध्यान भोजन से रहे वंचित, केंद्र पर भोजन की उपलब्धता की नही दी गई जानकारी



गावां, गिरिडीह

गावां प्रखंड में शिक्षा विभाग की मनमानी के चलते गावां गर्ल्स हाई स्कूल में आठवीं बोर्ड की परीक्षार्थियों को मध्यान्ह भोजन से वंचित होना पड़ा. इधर, परीक्षार्थियों को मध्याह्न भोजन की व्यवस्था के संबंध में विद्यालय परिवार की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। परीक्षा केंद्र में भी शिक्षकों द्वारा परीक्षार्थियों को भोजन की व्यवस्था के बारे में नहीं बताया गया। 
भोजन के लिए बच्चों को भागना पड़ा इधर उधर

जिससे कन्या मध्य विद्यालय बेंद्रो व नगवां उर्दू सहित छह विद्यालयों की परीक्षा देने पहुंचे गांव के बच्चों को इधर-उधर भटकना पड़ा. क्योंकि परीक्षा सुबह 9 बजे से ही शुरू हो गई थी, इसलिए दोपहर 1 बजे के बाद सिर्फ 45 मिनट लंच के लिए दिया जाता था। बाद में दूसरे दिन से शुरू हुई परीक्षा शाम सवा पांच बजे तक चली। जिससे बच्चों को लंच के समय भोजन के लिए इधर-उधर भागना पड़ता था। इस भीषण गर्मी में कुछ बच्चों को केवल 2 समोसा खाकर परीक्षा देनी पड़ी।

पत्र जारी कर परीक्षा केंद्र में मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने का दिया गया था निर्देश

गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण) की निदेशक किरण कुमारी पासी ने परीक्षा से तीन दिन पहले पत्र जारी कर परीक्षा केंद्र में मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. साथ ही हाई स्कूल परीक्षा केंद्र के बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन की व्यवस्था नजदीकी मध्य विद्यालय में करने का आदेश जारी किया. गावां प्रखंड के नगवां उर्दू व कन्या मध्य विद्यालय बेंद्रो सहित 6 विद्यालयों के बच्चों के लिए गावां गर्ल्स हाई स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. लेकिन इन परीक्षार्थियों को केंद्र पर मध्याह्न भोजन की व्यवस्था की जानकारी नहीं दी गई। जिससे जानकारी के अभाव में परीक्षार्थियों को भोजन से वंचित रहना पड़ा।

शिक्षकों के विभागीय वाट्सएप ग्रुप में दी गई भोजन से संबंधित जानकारी : बीपीओ

शिक्षा विभाग के बीपीओ गंगाधर पाण्डेय ने बताया कि शिक्षकों के विभागीय वाट्सएप ग्रुप में परीक्षा केंद्र पर बच्चों के लिए मध्यान्ह उपलब्धता की जानकारी दी गयी. शिक्षकों से भी कहा गया कि वे बच्चों को भोजन की उपलब्धता की जानकारी दें। यदि परीक्षार्थियों को जानकारी के अभाव में मध्याह्न भोजन से वंचित किया गया है तो इसकी जांच कर संबंधित शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.