मांडर, रांची
मांडर प्रखंड के कठचाचो स्थित ईट भट्ठे में छत्तीसगढ़ के बारगांव से कुछ मजदूर मजदूरी करने अपने पत्नी व बच्चे के साथ आए थे। किंतु उन्हे यहां मजदूरी करने आना महंगा पड़ गया है। जिसके बाद वे सभी अपने घर वापस लौट रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मांडर के कठचाचो में स्थित रूपु ब्रांड ईट भट्ठे में कार्य करने वाले लगभग 60-70 की संख्या में विभिन्न आयुवर्ग के मजदूर अपने पत्नी व बच्चे के साथ काम छोड़ कर व अपने सारे सामान लेकर अपने घर के लिए निकल गये थे। इस दौरान जब वे सभी मांडर चौक पहुंचे व उनकी भीड़ राँची जाने को जुटी तो स्थानीय लोगों ने उनसे पूछताछ करना शुरु कर दिया।
इस दौरान सभी मजदूर शोकाकुल दिखे। उन्होंने स्थानीय लोगों को बताया कि ईट भट्ठे के मालिक के भाई और बेटे रविवार की रात पास के गाँव के युवकों के साथ शराब पीकर आए। साथ ही हाथ में लाठी डंडे लेकर मारने और महिलाओं व लड़कियों को भद्दी भद्दी भाषा मे अपशब्द कहने लगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि अपने पत्नी व बच्चों के लिए वे दिन रात मेहनत करने और कमाने के लिए छत्तीसगढ़ के बारगांव से यहाँ आये हैं। किंतु यहां उनकी पत्नी व बच्चों को अपमानित किया जा रहा है जो उनके बर्दास्त के बाहर है।
साथ ही मजदूरों ने बताया कि वे गत वर्ष के सितम्बर-अक्टूबर माह में आकर काम कर रहे हैं और काफी मजदूरी बची हुई है, किंतु रात की घटना के बाद सभी मे भय व्याप्त है। इसलिये यहाँ कोई भी मजदूर काम करने को तैयार नहीं है।
बता दें इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें समझाने का प्रयास भी किया किन्तु वे वाहन पर सवार होकर निकल गए।