UIDAI
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने देश के सभी निवासियों को अपने आधार में दस्तावेजों को मुफ्त में ऑनलाइन अपडेट करने की अनुमति देने का फैसला किया है, इससे लाखों देशवासियों को फायदा होगा. डिजिटल इंडिया पहल के हिस्से के रूप में UIDAI ने निर्णय लिया और आधार धारकों से myAadhaar पोर्टल पर मुफ्त दस्तावेज अपडेट सुविधा का लाभ उठाने का आग्रह किया है. ये मुफ्त सेवा अगले तीन महीनों, यानी 15 मार्च से 14 जून, 2023 तक उपलब्ध है.
यदि आपको अपने आधार कार्ड में डेमोग्राफिक डिटेल (नाम, जन्म तिथि, पता आदि) को बदलने की आवश्यकता है, तो आधार कार्ड धारक ऑनलाइन अपडेट सेवा का उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए आपको 3 महीने तक कोई फीस नहीं देनी होगी या निकटतम आधार केंद्र पर जा सकते हैं, यहां पर आपको 50 रुपए की फीस देनी होगी.
- सबसे पहले आधार नंबर का उपयोग करके myaadhaar.uidai.gov.in पर जाकर लॉग इन करना होगा.
- इसके बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाएगा, उसको दर्ज करें.
- व्यक्ति को यहां पर केवल ‘डॉक्यूमेंट अपडेट’ पर क्लिक करना होगा और निवासी के मौजूदा विवरण प्रदर्शित होंगे.
- आधार धारक को डिटेल सत्यापित करने की आवश्यकता है, यदि सही पाया जाता है, तो अगले हाइपर-लिंक पर क्लिक करें
- अगली स्क्रीन में निवासी को ड्रॉपडाउन सूची से पहचान का प्रमाण और पते के प्रमाण का दस्तावेज चुनना होगा और अपने दस्तावेजों को अपडेट करने के लिए उसकी स्कैनिंग कॉपी अपलोड करनी होंगी.
- अब अपडेट और स्वीकार्य पीओए और पीओआई दस्तावेजों की लिस्ट यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है.
1,200 सरकारी योजनाएं संचालित कर रही सरकार
बता दें कि केंद्र और राज्य दोनों सरकार द्वारा संचालित लगभग 1,200 सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम सेवाओं के वितरण (Distribution) के लिए आधार-आधारित पहचान का उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावा, सर्विस प्रोवाइडर्स द्वारा बैंक, एनबीएफसी आदि जैसे फाइनेंशियल संस्थानों सहित कई अन्य सेवाएं भी ग्राहकों को प्रमाणित करने और ऑनबोर्ड करने के लिए आधार का उपयोग कर रही हैं.
हर 10 साल में अपडेट कर सकते हैं आधार
आधार नामांकन और अपडेट रेगुलेशन, 2016 के अनुसार, आधार धारक, आधार के लिए नामांकन की तारीख से प्रत्येक 10 वर्ष पूरे होने पर, कम से कम एक बार पीओआई और पीओए दस्तावेज जमा करके आधार में अपने सहायक दस्तावेजों को अपडेट कर सकते हैं, ताकि उनकी जानकारी की निरंतर एक्यूरेसी सुनिश्चित हो सके.